Sunday 19 May 2024

ମଦ୍ରାସା-ଦେଶ

 

ଏଠାରେ କଣ ଚାଲିଛି

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Tuesday 3 November 2020

ଇସ୍ଲାମକୁ ଜୀବିତ ରଖିଛି ମଦରସା, କେବେ ବନ୍ଦ ହୋଇନପାରେ: ଆସାମ ବିଧାନସଭା ବାଚସ୍ପତି

 

ଇସ୍ଲାମକୁ ଜୀବିତ ରଖିଛି ମଦରସା, କେବେ ବନ୍ଦ ହୋଇନପାରେ: ଆସାମ ବିଧାନସଭା ବାଚସ୍ପତି

http://www.prameyanews7.com/assam-assembly-speaker-said-madrasa-cant-be-closed/

3/11/2020 at 4:13 PM

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ଗୌହାଟୀ ୩।୧୧: କେବେ କୌଣସିଠାରେ ମଦରସା ବନ୍ଦ ହୋଇଛି କି? କେବେ ବନ୍ଦ ହୋଇପାରିବନି କାରଣ ଏହି ମଦରସା ହିଁ ବିଶ୍ୱରେ ଇସ୍ଲାମକୁ ଜୀବିତ ରଖିଛି। ଏହା କହିଛନ୍ତି ଆସାମ ବିଧାନସଭା ବାଚସ୍ପତି ଅମିନୁଲ ହକ୍ ଲସ୍କର। କଚ୍ଛାର ଜିଲ୍ଲାରେ ମଦରସା ନିର୍ମାଣ ଲାଗି ଶିଳାନ୍ୟାସ ଅବସରରେ ଆୟୋଜିତ ସଭାକୁ ସମ୍ବୋଧିତ କରି ବାଚସ୍ପତି କହିଛନ୍ତି ଯେ ଆସାମ ସରକାର ରାଜ୍ୟରେ ସରକାରୀ ସଞ୍ଚାଳିତ ସମସ୍ତ ମଦରସା ଓ ସଂସ୍କୃତ ବିଦ୍ୟାଳୟ ବନ୍ଦ କରିବାକୁ ନିଷ୍ପତ୍ତି ନେଇଛନ୍ତି। ଏ ନେଇ ସରକାରୀ ଅଧିସୂଚନା ହୁଏତ ଚଳିତମାସରେ ଜାରି ହୋଇପାରେ ବୋଲି ସେ କହିଛନ୍ତି।

ତେବେ ଏଭଳି ଅନୁଷ୍ଠାନ ସରକାର ବନ୍ଦ କରିଦେଲେ ବନ୍ଦ ହୁଏନି। କାରଣ ଧର୍ମ ଓ ସଂସ୍କୃତିକୁ ଜୀବିତ ରଖିବାର ଏପରି ଅନୁଷ୍ଠାନଙ୍କ ଯୋଗଦାନ ଉଲ୍ଲେଖନୀୟ। ଏହି ସବୁ ଅନୁଷ୍ଠାନ  ମୌଲାନା ଓ କାଜିଙ୍କୁ ତିଆରି କରେ ଏହି ଅନୁଷ୍ଠାନରେ ମନ୍ଦିରର ମୁଖ୍ୟ ପୁରୋହିତ ଓ ମସଜିଦର ଇମାମ ପଢିଛନ୍ତି। ସରକାରୀ ମଦରସା ଅଥବା ସଂସ୍କୃତ ସ୍କୁଲରେ  ପାଠପଢି କେଉଁଠି କିଏ ମସଜିଦ ଓ ମନ୍ଦିରରେ ଯୋଗ ଦେଇଛି ଜଣକୁ ଖୋଜି ଆଣ ବୋଲି କହିଛନ୍ତି ବାଚସ୍ପତି।

ମଦରସା ଯେଉଁଗୁଡିକ ସରକାରୀ ପରିଚାଳିତ ସେଗୁଡିକୁ ରାଜ୍ୟରେ ବନ୍ଦ କରାଯିବ ବୋଲି ଶିକ୍ଷାମନ୍ତ୍ରୀ ହେମନ୍ତ ବିଶ୍ୱ ଶର୍ମା କହିଥିଲେ ବୋଲି ବାଚସ୍ପତି କହିଛନ୍ତି। ଏକ ଧର୍ମନିରପେକ୍ଷ ଦେଶରେ ଧାର୍ମିକ ଶିକ୍ଷାର କୌଣସି ସ୍ଥାନ ନାହିଁ। ତେବେ ରାଜ୍ୟରେ ଏପରି ବିଦ୍ୟାଳୟ ଚଳାଯିବ କାହିଁକି ବୋଲି ସେ ପ୍ରଶ୍ନ କରିଥିଲେ। ଏପରି ବିଦ୍ୟାଳୟ ଲାଗି ରାଜ୍ୟ ସରକାର ବାର୍ଷିକ ୨୬୦ କୋଟି ଟଙ୍କା ବ୍ୟୟ କରୁଥିବାର ବିଶ୍ୱଶର୍ମା ଗୃହରେ କହିଥିଲେ। ରାଜ୍ୟରେ ଏବେ ସରକାର ପରିଚାଳିତ ୬୧୦ଟି ମଦରସା ରହିଛି।

Monday 5 March 2018

हिंसा के वीडियो दिखाकर ‘बाल आतंकियों की फौज’ तैयार कर रहा था मदरसा का शिक्षक


हिंसा के वीडियो दिखाकर ‘बाल आतंकियों की फौज’ तैयार कर रहा था मदरसा का शिक्षक

लंदन के २५ वर्षीय उमर अहमद हक को शुक्रवार (२ फरवरी) को न्यायालय ने ‘बाल आतंकियों की फौज’ खडी करने के प्रयासों का दोषी पाया । समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के अनुसार, उमर हक लंदन में कई आतंकी हमले करना चाहता था । उसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का समर्थक बताया जा रहा है । उमर हक मदरसे में पढने वाले बच्चों को हिंसा के वीडियो दिखाकर उन्हें बाल आतंकी बनाने का प्रयास कर रहा था । वह बच्चों को पुलिस पर हमला करने का भी प्रशिक्षण दे रहा था ।
आतंकवाद मामलों के महानगरीय पुलिस प्रमुख डीन हेडन ने बताया, ‘उसकी योजना बाल आतंकियों की फौज तैयार कर लंदन भर में कई आतंकी हमले करने की थी । उसने प्रयास किया, हमें लगता है कि कट्टरपंथ की चपेट में ११ से १४ साल के बच्चे होंगे ।’ पुलिस ने बताया कि किसी प्रकार की योग्यता नहीं रखने वाले उमर हक को व्यवस्थापक के तौर पर नौकरी पर रखा गया था ।
वह पढाई की आड में एक छोटे से निजी इस्लामी स्कूल और पूर्वी लंदन की रिपल रोड मस्जिद से जुडे एक मदरसे के ११० बच्चों को इस्लामिक शिक्षा देकर आतंकी बना रहा था । उन बच्चों में से ३५ अब सामाजिक सेवाओं और अन्य अधिकारियों से जुडे लंबे समय वाले सुरक्षा उपायों से गुजर रहे हैं । उनमें से ६ ने उमर हक के विरुद्ध ऐसे साक्ष्य मुहैया कराए जिनमें  बताया गया था कि लडाई करना अच्छा है और ताकत बढाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए । अभियोजन पक्ष ने बताया कि उमर हक का उद्देश लंदन के बिग बेन टॉवर, महारानी की सुरक्षा में लगे सैनिकों, एक बडे शॉपिंग सेंटर, बैंकों और मीडिया स्टेशनों पर हमला करने का था ।
उमर हक पिछले वर्ष मार्च में हुए लंदन के वेस्टमिंस्टर ब्रिज पर हए आतंकी हमले से प्रेरित था, जिसमें खालिद मसूद नाम के आतंकी ने संसद के इलाके में एक पुलिस अधिकारी को चाकू से मारने के बाद किराये पर कार लेकर चार यात्रियों को कुचलकर मार डाला था । उसने मदरसे में पढाने वाले १९ वर्षीय शख्स अबू ताहेर मैमून से बंदूकों और बारूद से भरी कारों से उसी तरह के हमले करने की बात की थी । उसने बच्चों को मसूद की तरह हमले करने के लिए कहा था और अपने साथी को कहा था कि जनता का विनाश होना चाहिए ।
स्त्रोत : जनसत्ता

Thursday 1 March 2018

मदरसे में ७० साल के मौलवी ने किया ९ साल की मासूम का बलात्कार




नई देहली : नरेला क्षेत्र में एक ९ वर्ष की बच्ची से मदरसे के अंदर बलात्कार का मामला सामने आया है । आरोप मदरसे के ७० वर्षीय मौलवी पर है । पेट में दर्द और प्राइवेट पार्ट से खून बहने से परिजनों को इस बात का पता चला । पूछने पर बच्ची ने रोते बिलखते पूरी आपबीती बताई । परिजन तुरंत ही बच्ची को नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसकी हालत देख आंबेडकर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । इस बीच लोकल पुलिस पहुंच गई । मेडिकल रिपोर्ट व बच्ची के बयान पर बलात्कार, पॉक्सो व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया । आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।
पुलिस अफसरों ने घटना की पुष्टि की है । आरोपी की पहचान बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी ७० वर्षीय मोहम्मद जफीर आलम के रूप में हुई है । वह नरेला थाना क्षेत्र स्थित बवाना जेजे कॉलोनी के ई-ब्लॉक में अपने बेटे के साथ रहता है, जिसने झुग्गीनुमा मदरसा बनाया हुआ है । मदरसे में वह छोटे बच्चों को तालीम देता है । ९ साल की बच्ची भी परिवार के साथ बवाना जेजे कॉलोनी में रहती है । पिता फैक्ट्री में काम करते हैं । वह आसपास के बच्चों के साथ इसी मदरसे में पढने जाती है । घटना शनिवार शाम की है । पुलिस सूत्रों का कहना है कि बच्ची आरोपी मौलवी के पास पढने गई थी । पीडित बच्ची उसे दादा कहती है । शाम को लगभग ७ बजे जब सभी बच्चे चले गए, तो आरोपी ने उसे बहाने से रोक लिया ।
आरोप है कि अंदर से दरवाजा बंद करके बच्ची को ५ का सिक्का दिया । उसके बाद आरोपी मौलवी ने डरा-धमकाकर मासूम के साथ बलात्कार किया । घटना के बाद पीडिता जब घर जाने लगी, तो आरोपी ने उसे घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी । घर आने के बाद डर के मारे मासूम बच्ची ने घटना के बारे में नहीं बताया और दो दिन तक गुमसुम रही । सोमवार रात बच्ची की तबियत खराब हुई, दर्द से कराहने लगी । परिवार वालों ने देखा तो उसके निजी अंगों से ब्लीडिंग हो रही थी । परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने जानकारी दी कि उसके साथ बलात्कार हुआ है । उसके बाद बच्ची ने आपबीती बताई । परिजनों ने घटना की शिकायत पुलिस से की । पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर आरोपी को मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया ।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

Monday 26 February 2018

मुरादाबाद : मदरसे की छत पर मिला नाबालिग का शव, घरवालों ने लगाया हत्या का आरोप


मुरादाबाद : मदरसे की छत पर मिला नाबालिग का शव, घरवालों ने लगाया हत्या का आरोप

मुरादाबाद : मुरादाबाद के थाना भगतपुर में एक मदरसे में १४ साल के छात्र का शव संदिग्ध परिस्थिति में छत के ऊपर पिलर पर लटकते हुए मिला । ऐसा देखकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस को सूचना दी गई । मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है । परिजनों और शिक्षकों का मानना है की ये आत्महत्या नहीं है बल्कि हत्या है । हालांकि घरवाले किसी रंजिश से इनकार कर रहे हैं । उधर पुलिस भी मौत को संदिग्ध मान रही है और मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गयी है ।
मामला मुरादाबाद के थाना भगतपुर इलाके के जामिया इस्लामिया दारुल उलूम मदरसे का है जहां १४ साल के छात्र नौशाद का शव मदरसे की छत पर बने एक पिलर पर फांसी के फंदे से झूलता हुआ मिला ।
छात्र पिछले ६ साल से इसी मदरसे में दीनी तालीम ले रहा था । सुबह ७ बजे मदरसे के टीचर इसरार को छत पर नौशाद का शव लटकता हुआ मिला । इसरार के अनुसार, नौशाद के गले में उसी का मफलर था जिससे फांसी लगी हुई थी ।
सूचना मिलने के बाद परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया । उधर परिजनों का आरोप है कि ये ह्त्या है आत्महत्या नहीं । परिवारवाले किसी से रंजिश होने से भी मना कर रहे हैं । फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
स्त्रोत : एबीपी न्युज

Monday 5 February 2018

क्या यौन शोषण का अड्डा बन रहे है मदरसे ? : मौलवी ने मदरसे में मासूम का किया यौन शोषण

Monday, 5 February 2018


आए दिन मदरसों से यौन शाेषण की घटनाएं सामने आ रही है । हिन्दू संतोंपर कथित यौन शोषण का झूठा आरोप लगाकर उनके आश्रम को ताला लगानेवाले क्या एेसे मदरसों को भी ताला लगाएेंगे ? ऐसे मदरसों का फंड बन्द करें तथा इन मदरसों के संचालकोंपर पर कडी से कडी कार्यवाही करें 
जम्मू कश्मीर : उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले से पुलिस ने एक मौलवी को गिरफ्तार किया है । मौलवी पर मदरसे में बच्चे से यौन शोषणकरने का आरोप है । पुलिस ने जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुसार रणवीर पीनल कोड की धारा ५०६ और धारा ३७७ के तर्ज पर केस दर्ज किया । बता दें कि जम्मू कश्मीर में भारतीय दंड संहिता लागू नहीं होता राज्य के विशेष दर्जे के चलते वहां रणवीर पीनल कोड के अनुसार सजा दी जाती है ।
बारामूला के वरिष्ठ एसपी मीर इम्तियाज हुसैन ने बताया कि २८ जनवरी को दारूल उलूम के छात्र ने अपने पिता के साथ मौलवी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी । शिकायत में बच्चे ने बताया कि २० दिसंबर को मदरसे के मौलवी ने सुबह की प्रार्थना के बाद कमरे में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया ।
एसपी हुसैन ने बताया मामले को लेकर सारी मेडिकल औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं साथ ही पीडित के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं । उन्होंने बताया कि मौलवी फरार था परंतु शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है । पुलिस का कहना है कि आगे की जांच पडताल की जा रही है । बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब कश्मीर में ऐसी घटना सामने आई हो इससे पहले भी पिछली साल पुलिस ने मदरसे के प्रमुख और इमाम को मदरसे में ३० साल की विवाहित महिला से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था । इस घटना के बाद इलाके के लोगों में काफी गुस्सा था ।
यह घटना मन में कुछ प्रश्न उत्पन्न करती है . . .
१. हिंदू साधू-संतो पर कथित आरोप सिद्ध भी नहीं होते कि, ‘बिकाऊ’ मीडिया उनके खिलाफ 24 घंटे डिबेट करती है, वहीं मौलवी-ईसाइयों द्वारा स्पष्ट रूप से सामने आए दुष्कर्म पर मौनव्रत रखते है । इससे यह ध्यान मे आता है कि, मिडिया ने केवल हिन्दू धर्म को बदनाम करने का ही षड्यंत्र रचा है ।
२. मदरसें में मौलवीयोंद्वारा दुष्कर्म की कर्इ घटनाएं सामने आती रही है, इससे मदरसे में बच्चों को क्या शिक्षा दी जाती होगी, इसकी जांच होनी चाहिए । एेसी घटनाआें को सामने लाने हेतु सरकार ने प्रत्येक मदरसो में सीसीटीव्ही कैमेरे लगाना चाहिए, जिससे एेसी काली करतूत करनेवाले मौलवीयों का पर्दाफाश हो सकें, एैसा विचार किसी के भी मन में आ सकता है ।